लापता युवक का प्लॉट में मिला शव

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फतेहपुरचौरासी (उन्नाव)। बेहटा मुजावर थानाक्षेत्र के तकिया गांव से तीन दिन से लापता युवक का शव शनिवार दोपहर प्लाट में पड़ा मिला। परिजनों ने पुलिस पर तलाश में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। लखनऊ-बांगरमऊ मार्ग पर जाम लगा दिया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव भी किया। हत्या का आरोप लगाने पर एएसपी ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन देकर भीड़ को शांत कराया।
तकिया निवासी शमीम ऊर्फ प्रधान (42) तकिया चौराहे पर ठेलिया लगाता था। 14 सितंबर की शाम करीब 7:30 बजे से वह लापता था। बड़े भाई अनीस ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। शनिवार दोपहर ठेले से करीब पंद्रह मीटर दूर शमीम का शव प्लाट में मिला। भाई ने आरोप लगाया कि तलाशी के दौरान शव वहां नहीं दिखा था।
उसने हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया। कहा कि अगर पुलिस उसी दिन से तलाश शुरू करती तो उसकी जान बच जाती। नाराज परिजनों व ग्रामीणों ने शव रखकर जाम लगा दिया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया तो पत्थर फेंके गए। सूचना पर कई थानों की फोर्स पहुंच गई। मामला शांत न होते देखकर एएसपी शशिशेखर सिंह ने मृतक के परिजनों से बात की। समझाकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि दो डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है।
मौत का कारण स्पष्ट नहीं, विसरा सुरक्षित
जिला अस्पताल के डॉ. विनीत कुमार वर्मा और डॉ. शोभित अग्निहोत्री ने शमीम के शव का पोस्टमार्टम किया। रिपोर्ट के मुताबिक मौत तीन दिन पहले हुई थी। कोई चोट नहीं मिली है। इससे मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। विसरा सुरक्षित किया गया है। एएसपी शशि शेखर सिंह ने बताया कि विसरा की फोरेंसिक लैब से जांच कराई जाएगी।

यह भी पढ़ें -  उन्नाव: वेतन न मिलने से नाराज डॉक्टरों ने बंद किया इलाज

फतेहपुरचौरासी (उन्नाव)। बेहटा मुजावर थानाक्षेत्र के तकिया गांव से तीन दिन से लापता युवक का शव शनिवार दोपहर प्लाट में पड़ा मिला। परिजनों ने पुलिस पर तलाश में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। लखनऊ-बांगरमऊ मार्ग पर जाम लगा दिया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव भी किया। हत्या का आरोप लगाने पर एएसपी ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन देकर भीड़ को शांत कराया।

तकिया निवासी शमीम ऊर्फ प्रधान (42) तकिया चौराहे पर ठेलिया लगाता था। 14 सितंबर की शाम करीब 7:30 बजे से वह लापता था। बड़े भाई अनीस ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। शनिवार दोपहर ठेले से करीब पंद्रह मीटर दूर शमीम का शव प्लाट में मिला। भाई ने आरोप लगाया कि तलाशी के दौरान शव वहां नहीं दिखा था।

उसने हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया। कहा कि अगर पुलिस उसी दिन से तलाश शुरू करती तो उसकी जान बच जाती। नाराज परिजनों व ग्रामीणों ने शव रखकर जाम लगा दिया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया तो पत्थर फेंके गए। सूचना पर कई थानों की फोर्स पहुंच गई। मामला शांत न होते देखकर एएसपी शशिशेखर सिंह ने मृतक के परिजनों से बात की। समझाकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि दो डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है।

मौत का कारण स्पष्ट नहीं, विसरा सुरक्षित

जिला अस्पताल के डॉ. विनीत कुमार वर्मा और डॉ. शोभित अग्निहोत्री ने शमीम के शव का पोस्टमार्टम किया। रिपोर्ट के मुताबिक मौत तीन दिन पहले हुई थी। कोई चोट नहीं मिली है। इससे मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। विसरा सुरक्षित किया गया है। एएसपी शशि शेखर सिंह ने बताया कि विसरा की फोरेंसिक लैब से जांच कराई जाएगी।

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