पंचदीपोत्सव के दूसरे दिन वाराणसी में छोटी दीपावली का उल्लास घर-घर बिखरा। लोगों ने घरों से लेकर दुकानों तक दीप जलाकर छोटी दीपावली मनाई और नरक चतुर्दशी के अवसर पर यम के निमित्त भी दीप अर्पित किए गए। छोटी दीपावली पर शहर का कोना-कोना दीपोत्सव के उल्लास से जगमग हो गया। ऊंची इमारतों से लेकर प्रतिष्ठानों तक पर जगमगाती लड़ियों से भोले की नगरी की छटा निखर गई। प्रकाश पर्व दीपावली सोमवार को मनाई जाएगी। देर रात तक बाजारों में पटाखा, मिठाईयों और गिफ्ट आइटम की खरीददारी होती रही।
इसके साथ ही रंग-बिरंगी झालरों की रौशनी से शहर की इमारतें भी झिलमिला उठीं। यम को प्रसन्न करने के लिए दीपदान किया गया। मान्यता है कि इस संध्या पर दीपदान करने से यम प्रसन्न होते हैं और अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है। छोटे-छोटे बच्चे रंग-बिरंगी रौशनी वाली फुलझड़ियां और पटाखे छोड़ते नजर आए।
छोटी दिवाली की रात ही पूरे शहर की ज्योर्तिमय आभा देखते ही बन रही है। जिधर भी नजर जा रही थी रंग-बिरंगी टिमटिमाती लड़ियां बरबस ही हर अंतस को अपने उजास से भर रही हैं। कहीं लाल, कहीं नीली, तो कहीं हरी और पीली रोशनी के झालरों से घर, कार्यालय और दुकानें सजी हुई हैं।
छोटी दीपावली पर गंगा तट से लेकर बहरी अलंग तक हर तरफ का नजारा ऐसा ही था। सोमवार को ज्योति पर्व पर दीपमालिकाएं सजाई जाएंगी। मंदिरों, भवनों से लेकर घाटों, मढ़ियों को पंक्तिबद्ध दीपों से सजाया जाएगा।
सिगरा स्टेडियम रोशनी के पर्व की रौनक से गुलजार हो गया। खिलाड़ियों ने रंगोली सजाकर पूरे स्टेडियम को 25 हजार दीपों से रौशन कर दिया। सिगरा स्टेडियम में फुटबॉल कोट इरशाद अहमद के नेतृत्व में फुटबाल खिलाड़ियों ने दीप सजाए। एथलेटिक्स कोच चंद्रभान यादव के नेतृत्व में खिलाड़ियों ने रनिंग ट्रैक को दीपों से सजाया।
शिव की नगरी काशी में दीपोत्सव का उल्लास अमावस की रात में बिखरेगा। घर-घर लक्ष्मी-गणेश विराजेंगे और घर आंगन भी दीपों से सजाए जाएंगे। सुख-समृद्धि, धन-वैभव की अधिष्ठात्री देवी भगवती मां लक्ष्मी तथा ऋद्धि-सिद्धि के अधिष्ठाता प्रथम पूज्य श्रीगणेश की पूजा के बाद कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की अमावस्या तिथि के अनुष्ठान पूर्ण होंगे।