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ट्रेन कैंसिल होने के कारण गोरखधाम एक्सप्रेस में जाने के लिए यात्रियों की लगी भीड़।
– फोटो : अमर उजाला।
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होली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार के बीच करीब दो लाख रेल यात्रियों के सफर पर इमरजेंसी ब्रेक लग गया है। मल्हौर से डालीगंज (लखनऊ) के बीच 16 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जा रही है। इस कारण सोमवार से दस दिनों के लिए गोरखपुर से लखनऊ आने-जाने वाली 22 ट्रेनें निरस्त कर दी गई हैं। इस बीच गोरखपुर से लखनऊ के लिए रोजाना सिर्फ एक ट्रेन कृषक एक्सप्रेस ही चलेगी।
निरस्त की गई ट्रेनों से सामान्य तौर पर रोजाना 20 हजार यात्री सफर करते हैं। त्योहार के दौरान यह संख्या और बढ़ जाती है। अब इन यात्रियों के सामने अपने गंतव्य तक पहुंचने का संकट उत्पन्न हो गया है। सोमवार को पहले ही दिन लखनऊ जाने वाले यात्री दिल्ली और मुंबई की ट्रेनों में जगह के लिए परेशान नजर आए। गोरखधाम और वैशाली एक्सप्रेस में अचानक भीड़ बढ़ गई।
वहीं, ट्रेनों की जानकारी के लिए पूछताछ केंद्र पर भी भीड़ लगी रही। एक माह से कंफर्म टिकट बुक कराने वाले यात्रियों को टिकट निरस्त कराना पड़ा। कई लोगों को जब ट्रेन का विकल्प नहीं मिला तो रोडवेज बस स्टेशन का रूख किया। नतीजन बसों में भीड़ बढ़ने लगी।
बाद में सुविधा पर अभी की समस्या का क्या करें
नई रेल लाइन बनने से ट्रेनों के आने-जाने के लिए अलग-अलग लाइन हो जाएगी। इससे आगे चलकर यात्रियों को ही सुविधा होगी, लेकिन अभी के लिए उनकी परेशानी बढ़ गई है। कई यात्री व्यवस्था को कोसते नजर आए। बोले-इस तरह के संकट से निपटने के लिए रेलवे को कम से वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए। होली का त्योहार नजदीक है, ऐसे में यह कार्य कुछ समय पहले या बाद कराना चाहिए था।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा लाइन की क्षमता बढ़ाने के लिए तेजी से दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। मल्हौर से डालीगंज वाया गोमतीनगर, बादशाहनगर के दोहरीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, कमीशनिंग के बाद गोरखपुर से लखनऊ जाने वाले यात्रियों की यात्रा सुगम एवं निर्बाध रूप से हो सकेगी। वर्तमान में मल्हौर से डालीगंज सिंगल लाइन होने से इस खंड में ट्रेनों का संचालन प्रभावित होता है। यह कार्य करना बेहद मुश्किल भरा था, लेकिन रेलवे के कुशल इंजीनियरों ने कार्य को तय समय-सीमा में पूर्ण किया।
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