उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत निर्माणाधीन सड़कों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से और निर्धारित समय सीमा के अन्दर पूरा कराने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए हैं। निर्देश दिए हैं कि ग्रामीण सडकें इस तरह से बनाएं कि ग्रामीण हाईवे नजर आएं। कहा कि रोड कनेक्टिविटी बेहतर करके गांवों को और अधिक सशक्त और मजबूत बनाना है।
उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत जनपदों में निर्मित व निर्माणाधीन मार्गों की गुणवत्ता की जांच व परीक्षण सभी स्तर पर नियमानुसार किया जाए। उन्होंने एफडीआर तकनीक से बनाये जा रहे मार्गों पर विशेष रूप से फोकस करने के निर्देश दिए हैं। कहा है कि नये ऊर्जावान और पुराने अनुभवी अभियंता व ठेकेदार सामंजस्य बनाकर काम करें। उत्तर प्रदेश को तरक्की के रास्ते पर और अधिक आगे ले जाना है। काम के प्रति व्यक्तिगत लगाव और जुड़ाव होगा, तो अभूतपूर्व परिवर्तन नजर आएगा।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार द्वारा गांवों को सशक्त बनाने के बहुआयामी प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में ग्रामीण सड़कों को विशेषकर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ करना होगा। उन्होंने कहा है कि पूरी निष्ठा के साथ काम किया जाएगा, तो निश्चित ही उसके परिणाम अच्छे होंगे और निर्देश दिए कि गुणवत्ता समयबद्धता, मानकों और मापदंडों का निर्माण कार्यों में विशेष रुप से ध्यान रखा जाए तथा एफडीआर तकनीक पर किए जा रहे कार्यों में पूरी तत्परता और तल्लीनता बनाए रखी जाए।
यूपी आरआरडीए से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत वर्ष 2023-24 में 4960 किमी० लम्बाई के मार्गों के निर्माण का लक्ष्य है, जिसके सापेक्ष 2800 किमी० से अधिक की लम्बाई की सड़कों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है।