प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को धन शोधन निरोधक अधिनियम के तहत शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने कहा कि गोयल पर कैनरा बैंक के साथ 538 करोड़ रूपये की धोखाधडी करके अपराध के धन का शोधन करने का आरोप है। गोयल को ईडी के अधिकारियों ने मामले की जांच के सिलसिले में यहां अपने आफिस में बुलाया था।
गोयल से लम्बी पूछताछ के बाद रात में उन्हें धन शोधन निवारक अधिनियम के प्राविधानों के तहत हिरासत में ले लिया गया। वित्त मंत्रालय के तहत आने वाली एजेन्सी ED ने जांच के सिलसिले में गोयल और कुछ अन्य लोगों के ठिकानों पर इसी साल 19 जुलाई को तलाशी ली थी। इस कार्रवाई में अधिकारियों की टीमों ने मुंबई और कुछ अन्य स्थानों पर छापे मारे थे।
ED ने यह मामला केन्द्रीय जांच ब्यूरो द्वारा जेट एयरवेज, उसके प्रर्वतक नरेश गोयल उनकी पत्नी तथा जेट एयरवेज के कुछ अधिकारियों के खिलाफ कैनरा बैंक से धोखाधड़ी के मामले में दर्ज प्राथमिकी केे बाद उससे जुड़े धन के शोधन के पहलू की जांच हाथ में ली है। जेट एयर वेज की वित्तीय स्थिति खराब होने के कारण उसका परिचालन बंद करना पड़ा था। कैनरा बैंक ने शिकायत की थी कि जेट एयर वेज ने उससे कर्ज लेकर हेराफेरी की और उसका बडा हिस्सा नहीं चुकाया। बैंक ने जेट एयरवेज के खाते को जुलाई 2021 में एयर लाइन के ऋण खातें को बैंक के साथ धोखाधडी घोषित कर दिया था।