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उन्नाव। निकाय चुनाव में दाखिल हुए पर्चों की जांच के बाद अब अध्यक्ष पद पर 207 और सदस्य पद के लिए 1385 दावेदार बचे हैं। गुरुवार को नाम वापसी के बाद मैदान में शेष बचने वाले उम्मीदवारों की तस्वीर साफ हो सकेगी।
जिले में 4 मई को निकाय चुनाव के लिए मतदान होना है। इसके लिए 11 अप्रैल से नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई थी। 17 अप्रैल तक अध्यक्ष व सदस्य पद के लिए पर्चे लिए गए। 18 व 19 अप्रैल को पर्चों की जांच हुई। इस दौरान मंगलवार को मौरावां में भाजपा प्रत्याशी विवेक सेठ और निर्दलीय छोटेलाल का पर्चा खारिज कर दिया गया था। मौरावां में विवेक सेठ द्वारा निर्दलीय नामांकन भी कराया गया था। जो जांच में सही निकला। जिस कारण विवेक चुनाव मैदान से बाहर होने से बच गए। अब वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी समर में ताल ठोंक सकते हैं। इसके अलावा मोहान के वार्ड नंबर चार कजियाना से सदस्य पद के प्रत्याशी देशा उर्फ देशराज का नामांकन निरस्त कर दिया गया था। वहीं बांगरमऊ, सफीपुर, मोहान, न्योतनी, भगवंतनगर, बीघापुर, कुरसठ, औरास, नवाबगंज, फतेहपुर चौरासी, रसूलाबाद, पुरवा आदि में अध्यक्ष पद पर दाखिल सभी पर्चे वैध पाए गए। बुधवार देरशाम नगर पालिका परिषद उन्नाव, गंगाघाट व अचलगंज निकायों की सूची जारी कर दी गई। जिसमें अध्यक्ष पद के लिए कोई पर्चा खारिज न होने की जानकारी दी गई। उन्नाव पालिका में 11, गंगाघाट में 12 और अचलगंज में 17 उम्मीदवार हैं। सहायक निर्वाचन अधिकारी (निकाय/पंचायत) वीके श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार को सुबह 11 बजे से तीन बजे तक नाम वापसी होगी। इसके बाद ही चुनाव में उतरने वाले उम्मीदवारों की तस्वीर साफ हो पाएगी। इंसेट सदर की फाइनल लिस्ट देने में देरी
सदर तहसील में नगर पालिका परिषद उन्नाव, गंगाघाट व अचलगंज नगर पंचायत की नामांकन प्रक्रिया संपन्न हुई थी। यहीं पर पर्चों की जांच भी की गई थी। रिटनिंग आफीसर बनाई गई एसडीएम सदर नुपूर गोयल ने मंगलवार को जांच पूरी न होने की बात कही थी। बताया था कि जांच के लिए बुधवार का भी दिन है। इसलिए पूरी जानकारी अगले दिन देने की बात कही थी। जब बुधवार को उनसे जानकारी मांगी गई तो उन्होंने गुरुवार सुबह 11 बजे लिस्ट देने की बात कही। जबकि आयोग को जांच के बाद का फाइनल आंकड़ा भेजा जा चुका था। लिस्ट के लिए जब एडीएम नरेंद्र सिंह से बात की गई तो आखिरकार उन्होंने देरशाम इसे उपलब्ध कराया। एसडीएम द्वारा लिस्ट देने में टालमटोल रवैया अपनाए जाने के कारण चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया।
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