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संवाद न्यूज एजेंसी
परियर। बालू खनन के पट्टा धारकों द्वारा प्रतिबंधित मशीनों और नियम विरुद्ध हो रहे खनन की जांच करने सोमवार रात एसडीएम घाट पर पहुंचे। गंगा की धारा के बीच से बालू खनन करते मिलीं दोनों पोकलैंड मशीनों को सीज करा दिया।
वर्ष 2019 में शासन से परियर की गंगा रेती पर श्याम इंटरप्राइजेज को करीब 104 बीघा में खनन करने की अनुमति मिली थी। उसके बाद से खनन स्थल विवादों में घिरा है। उसी 104 बीघे पट्टे की जमीन पर ही परियर गंगा स्नान घाट व मेले लगते हैं। दिन रात ड्रेजर व पोकलैंड मशीनों से गंगा की बीच धारा से बालू निकालने की वजह से घाट पर बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं। इसमें गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालु जान भी गंवा चुके हैं। इस खनन का विरोध लगातार तीर्थ पुरोहितों व क्षेत्रीय लोगों द्वारा लगातार किया जा रहा है। तीर्थ पुरोहितों की लगातार मांग पर तीन महीने पहले खनन अधिकारी राजस्व टीम के साथ परियर खनन स्थल पहुंच करीब 24 बीघा जमीन को गंगा स्नान व गंगा मेले के लिए चिन्हित कर खनन की जमीन अलग की थी।
खनन ठेकेदार ने करीब एक महीने तक चिन्हित जमीन पर खनन नहीं किया गया। पिछले एक सप्ताह से अचानक दिन-रात उसी ठेकेदार ने खनन कराना शुरू कर दिया। सोमवार देर रात एसडीएम अंकित शुक्ला ने गंगा दशहरे के चलते परियर घाट का निरीक्षण किया। उन्हें दो पोकलैंड मशीनों से बालू खनन दिखाई दिया। उन्होंने मशीनों को सीज कराया है। इस दौरान परियर चौकी इंचार्ज अखिलेश यादव समेत अन्य पुलिस बल मौजूद रहा।
जिला खनन अधिकारी संजय प्रताप सिंह ने बताया दो पोकलैंड मशीनों को अनधिकृत रूप से खनन करते पकड़ा गया है, जिन्हें अभिरक्षा में लेकर कार्रवाई की जा रही है।
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