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सात दिन से जिंदगी और मौत से जूझ रहे दो दुधमुहे बच्चे
पीड़िता के चार माह के बेटे और तीन माह की है बहन
संवाद न्यूज एजेंसी
मौरावां। सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता व उसके चार माह के बेटे को जिंदा जलाने की कोशिश में झुलसे पीड़िता के बच्चे और तीन माह की बहन की हालत में सातवें दिन भी कोई सुधार नहीं हुआ। दोनों इस समय लखनऊ ट्राॅमा सेंटर के आईसीयू में भर्ती हैं। डॉक्टरों का कहना है कि दोनों अभी खतरे से बाहर नहीं हैं।
मौरावां थानाक्षेत्र के एक गांव निवासी 13 वर्षीय किशोरी के साथ 15 महीने पहले सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी। गर्भवती हुई किशोरी ने बच्चे को जन्म दिया था। घटना में पुलिस ने गांव के ही तीन युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा था। पीड़िता की मां का आरोप है कि जमानत पर छूटकर आए दुष्कर्म के आरोपी, उसके ससुर और देवर (पीड़िता के बाबा और चाचा) को अपने पक्ष में लेकर मुकदमे में सुलह का दबाव बना रहे थे। इन्कार करने पर कई बार विवाद और मारपीट की। बीते सोमवार की शाम करीब छह बजे किशोरी को घर में अकेला पाकर मारपीट के बाद घर में आग लगा दी थी। विरोध करने पर दुष्कर्म पीड़िता के चार महीने के बेटे और तीन महीने की बहन को आग में फेंक दिया था। दोनों बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए थे और दोनों के सिर में चोट आई थी। इस समय दोनों बच्चों का लखनऊ के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। घटना के सातवें दिन भी दोनों की हालत में सुधार नहीं हुआ। बाल अधिकार संरक्षण आयोग उत्तर प्रदेश के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने बताया कि बच्चों की हालत में सुधार नहीं है। डॉक्टरों का कहना है कि दोनों बच्चे अभी खतरे से बाहर नहीं है।
इनसेट…
घटना की जानकारी नहीं, तय होगी जिम्मेदार-दिनेश शर्मा
संवाद न्यूज एजेंसी
उन्नाव। शहर में चुनावी दौरे पर आए पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने मीडिया से बातचीत के दौरान, मौरावां कांड को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि इस घटना की जानकारी नही है। अगर ऐसा है तो जिम्मेदारी तय करते हुए सरकार कार्रवाई करेगी। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना दुखद है, जहां भी घटना होती है सरकार सख्ती के साथ कार्रवाई करते ही, लेकिन एक दो घटनाओं से पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। अगर पूरे प्रदेश के ग्राफ को देखें तो अपराध काफी कम हुए हैं। कहा कि सरकार इस घटना में भी कार्रवाई करेगी। उन्होंने दावा किया 2016 के बाद से घटनाओं में कमी आई है। अपराध का ग्राफ गिरा है।
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