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उन्नाव। ध्वस्त हुए अमृत सरोवरों को लेकर मनरेगा लोकपाल ने कड़ा रुख अपनाया है। सूखे पड़े अमृत सरोवरों से संबंधित खबरों का संज्ञान लेते हुए लोकपाल ने बीडीओ औरास से रिपोर्ट मांगी है।
11 जून को औरास की ग्राम पंचायत अल्दौ के मजरा उमरावखेड़ा और कबरोई में ध्वस्त पड़े अमृत सरोवर की खबर अमर उजाला ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इस खबर को लोकपाल अतुल निगम ने संज्ञान लिया। उन्होंने बीडीओ औरास को पत्र जारी किया। इसमें कहा कि अमृत सरोवर योजना के तहत बने तालाब एवं उस पर व्यय की गई मनरेगा धनराशि का लाभ क्षेत्रवासियों, पशु पक्षियों को नहीं मिल पा रहा है। अधिकांश तालाबों को सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत सरोवर योजना की अवधारणा के अनुसार विकसित नहीं किया गया है।
अधिकारियों एवं कर्मचारियों की लापरवाही से आधा अधूरा कार्य करके छोड़ दिया गया। साथ ही किसी भी तालाब में पानी नहीं है। लोकपाल ने बीडीओ से संबंधित ग्राम पंचायत में बने अमृत सरोवर का प्राक्लन, व्यय की गई धनराशि, लंबाई चौड़ाई व गहराई से संबंधित सभी अभिलेख की सत्यापित प्रतियां 23 जून तक उपलब्ध कराने को कहा है, जिससे अमृत सरोवरों की जांच करके आगे की कार्रवाई की जा सके।
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