बीते चुनाव के मुकाबले इस बार मतदान भले ही पांच फीसदी कम रहा, लेकिन ताजनगरी के नौ विधानसभा क्षेत्रों में एत्मादपुर अव्वल रहा। यहां 65 प्रतिशत मतदान हुआ है।
इस बार के विधानसभा चुनाव में आगरा के एत्मादपुर विधानसभा ने बाजी मारी। लोकतंत्र की ऐसी बयार चली कि 65 फीसदी से अधिक लोगों ने वोट डाला। बीते चुनाव के मुकाबले इस बार मतदान भले ही पांच फीसदी कम रहा, लेकिन ताजनगरी के नौ विधानसभा क्षेत्रों में एत्मादपुर अव्वल रहा।
एत्मादपुर के मॉडल स्कूल, रहनकला, बरहन के राष्ट्रीय इंटर कॉलेज, आंवलखेड़ा, उस्मानपुर, शेखपुरा में बूथों पर भारी भीड़ रही। घने कोहरे में भी सुबह नौ बजे से बूथों पर भीड़ जुटना शुरू हो गया। 10 बजे से लाइनें लंबी होने लगीं। शुरू में पुरुषों की संख्या बूथों पर अधिक थी।
11 बजे के बाद महिलाओं ने निकलना शुरू किया। दोपहर दो बजे तक बूथों पर खूब भीड़ जमी रही। तीन बजे के बाद से मतदाताओं की संख्या घटने लगी। पांच बजे के बाद अधिकांश बूथों पर इक्कादुक्का ही मतदाता नजर आए। शाम छह बजे तक एत्मादपुर के 65.10 प्रतिशत लोग अपने मत का प्रयोग कर चुके थे।
सुबह 10 बजे के बाद लग गईं लंबी-लंबी लाइनें
सुबह 10:25 बजे एत्मादपुर के कंपोजिट पूर्व माध्यमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई थीं। एक-एक करके वोट डालकर लोग घर को रवाना होते जा रहे थे। स्कूल के गेट के बाहर बंद दुकान के बाहर चंद लोग चुनावी चर्चा करते मिले। इसमें से देवेंद्र सिंह से पूछा कि क्षेत्र में किसका दम दिख रहा है। कौन बाजी मारेगा।
इस पर देवेंद्र बोले, कौन जीतेगो, वह तो 10 मार्च को पता चलेगो, लेकिन भइया हमने तो वोट वाइए दओ है, जो हमारे गांव का विकास करावेगो। एत्मादपुर के ही रहने वाले सचिन बघेल ने कहा कि मतदाता पहले के मुकाबले ज्यादा जागरूक है, सब कुछ सोच समझ कर मतदान किया है। ऐसे ही लगभग औरों के भी विचार थे।
रहनकला के मवासीराम निषाद ने कहा कि सभी दल ने खूब वादे-दावे किए हैं, लेकिन सही बताएं हमने तो सभी सरकारों के कामकाज-नीति-रीति को समझकर वोट किया है। असल मकसद क्षेत्र का विकास और जरूरतों के मुताबिक संसाधन बढ़ाने वालों को ही वोट में प्राथमिकता दी है।
उस्मानपुर के संजू सिंह ने बताया कि बीते एक महीने से हम सभी बड़े नेताओं के बयानों को समझा-सुना। भविष्य में उनकी क्या योजनाएं हैं। ये भी देखा कि उन सरकारों ने अपने कार्यकाल में क्या किया। तीन प्रमुख दलों की सरकार में जिसने सबसे ज्यादा विकास किया, वोट उसी को दिया।
छावनी विधानसभा में सबसे कम मतदान
आगरा छावनी विधानसभा क्षेत्र में सुबह कोहरे के बीच ही मतदाताओं के बूथों पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। हालांकि सुबह 10 बजे तक रफ्तार धीमी रही मगर इसके बाद मतदाता घरों से निकले। दोपहर 12 से तीन बजे के बीच सबसे ज्यादा मतदान हुआ। कुल 56 प्रतिशत मतदान हुआ, जो जिले में सबसे कम है।
छीपीटोला स्थित बेसिक विद्यालय में बने मतदेय स्थल पर सुबह नौ बजे तक बूथ 43 पर 71, 44 पर 64 और 45 पर 52 वोट ही डाले गए थे। इसी तरह कलक्ट्रेट स्थित बने मतदान केंद्र पर सुबह नौ बजे तक मतदान बहुत धीमी गति से चल रहा था। यहां 100 वोटर भी नहीं पहुंचे थे।
सुबह 11 बजे छावनी परिषद के विद्यालय में बने मतदेय केंद्र पर दो ईवीएम कुछ देर तक खराब रहीं, लेकिन अन्य बूथों पर मतदान के लिए लोग पहुंच रह थे। यहां मतदान के प्रति लोगों में उत्साह नजर आया। बुजुर्ग और दिव्यांग वोटरों के अलावा महिलाएं भी सुबह ही मतदान करने पहुंच गईं।
दोपहर एक बजे सेवला सराय के टैगोर विद्यालय स्थित मतदान केंद्र पर कतारें लगी हुई थीं। यहां काफी संख्या में युवा और महिलाएं भी मतदान करने पहुंचीं। दोपहर तीन बजे सुल्तानपुरा स्थित मतदान केंद्र पर मतदान की गति धीमी हो गई। शाम चार बजे के बाद एक बार फिर से मतदान में तेजी आई। शाम छह बजे तक 56 फीसदी मतदान हुआ।
विस्तार
इस बार के विधानसभा चुनाव में आगरा के एत्मादपुर विधानसभा ने बाजी मारी। लोकतंत्र की ऐसी बयार चली कि 65 फीसदी से अधिक लोगों ने वोट डाला। बीते चुनाव के मुकाबले इस बार मतदान भले ही पांच फीसदी कम रहा, लेकिन ताजनगरी के नौ विधानसभा क्षेत्रों में एत्मादपुर अव्वल रहा।
एत्मादपुर के मॉडल स्कूल, रहनकला, बरहन के राष्ट्रीय इंटर कॉलेज, आंवलखेड़ा, उस्मानपुर, शेखपुरा में बूथों पर भारी भीड़ रही। घने कोहरे में भी सुबह नौ बजे से बूथों पर भीड़ जुटना शुरू हो गया। 10 बजे से लाइनें लंबी होने लगीं। शुरू में पुरुषों की संख्या बूथों पर अधिक थी।
11 बजे के बाद महिलाओं ने निकलना शुरू किया। दोपहर दो बजे तक बूथों पर खूब भीड़ जमी रही। तीन बजे के बाद से मतदाताओं की संख्या घटने लगी। पांच बजे के बाद अधिकांश बूथों पर इक्कादुक्का ही मतदाता नजर आए। शाम छह बजे तक एत्मादपुर के 65.10 प्रतिशत लोग अपने मत का प्रयोग कर चुके थे।