[ad_1]
अशरफ और उसकी बहन आयशा
– फोटो : अमर उजाला
प्रयागराज से अशरफ को ले जाने आई पुलिस 18 घंटे बरेली में गुजारकर बैरंग लौट गई। अशरफ को ले जाने के लिए फिलहाल कोई तारीख तय की जाएगी या फिर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेशी होगी, इस पर संशय बरकरार है। शुक्रवार दोपहर बाद प्रयागराज पुलिस प्रिजन वैन लेकर अशरफ को ले जाने बरेली जिला जेल (केंद्रीय जेल-2) परिसर में पहुंची थी।
वहां अशरफ का प्रोडक्शन बी वारंट और सीजेएम प्रयागराज कोर्ट का आदेश सौंपा था। इसके बाद टीम ने सुबह अशरफ को ले जाने की इच्छा जताई। जेल प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी और टीम पुलिस लाइन चली गई। सुबह पुलिस टीम अशरफ को लेने जेल पहुंची ही नहीं। शाम को जब यह तय हो गया कि अशरफ को नहीं ले जाया जाएगा तो उसके वकील विजय मिश्रा भी प्रयागराज के लिए रवाना हो गए।
अशरफ की सुरक्षा में ढील का आरोप
अशरफ के वकील विजय मिश्रा ने बताया कि प्रयागराज से आई टीम ने बरेली पुलिस के अधिकारियों को कोई सूचना नहीं दी, न ही पुलिस लाइन में आमद कराई। अशरफ को अवैध हिरासत में ले जाने की तैयारी थी। उन्होंने विरोध किया तो जिला जेल के अधीक्षक ने प्रयागराज पुलिस को कागजात पूरे करके लाने को कहा।
अब सोमवार या अन्य दिन कागज पूरे होने पर ही अशरफ को निकाला जाएगा। वैसे हाईकोर्ट ने आदेश दे रखा है कि अशरफ को अनावश्यक रूप से जेल से न निकाला जाए। इस बारे में उनके अनुरोध पर सीजेएम प्रयागराज ने भी कमिश्नर प्रयागराज को पत्र लिखा है। उन्होंने भी बरेली जेल में हाईकोर्ट का निर्देश रिसीव कराया है।
[ad_2]
Source link