अक्षत टाइम्स संवाददाता, लखनऊ, 09 नवम्बर। उत्तर प्रदेश के कई जिलों से आ रही विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान की ‘कछुआ चाल’ से मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा नाराज हैं। ऐसा फीडबैक मिल रहा है कि तमाम बीएलओ की गति जहां फील्ड में धीमी है वहीं एप के एडवांस वर्जन को लेकर भी दिग्भ्रमित हैं।
इस स्थिति में पांच दिन में तो गणना-प्रपत्र को शत-प्रतिशत बांटने का काम चुनौती बन गया है। बहरहाल, चुनाव आयोग के निर्देश पर अब बूथ लेबल एजेंट ऐसे बीएलओ की मदद कर कार्य को तेज कर रहे हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने खुद राज्य के ऐसे 21 जिले चिन्हित किए जहां विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान की गति अब भी धीमी है। इस क्रम में प्रयागराज, मेरठ, हरदोई, बहराईच, वाराणसी, बलरामपुर, सोनभद्र, गाजीपुर, देवरिया, अमरोहा, जौनपुर, फतेहपुर, गाजियाबाद, शाहजहंपुर, गोरखपुर, कासगंज, आगरा, उन्नाव, बदायूं, बांदा और हापुड़ में गणना प्रपत्र वितरण में तेजी लाने की हिदायत दी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी का यह भी अल्टीमेटम है कि जिन वोटर्स के नाम वर्ष 2003 की मतदाता सूची में शामिल हैं, उनकी मौजूदा लिस्ट मिलान का काम अगले दो दिन के भीतर पूरा हो जाना चाहिए। इसी के साथ सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को 15 नवंबर तक गणना प्रपत्र भी शत-प्रतिशत वितरित कराने के निर्देश हैं। कहा गया है कि, बीएलओ एप का एडवांस वर्जन-8.7 प्ले स्टोर से डाउनलोड कर लें।
जिन मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित किया जा रहा है, उनको बीएलओ एप पर मार्क करते रहें, जिससे कि वितरण की प्रगति ऑनलाइन अपडेट हो सके। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि एसआईआर अभियान का सीधे फील्ड से फीडबैक लेने के साथ ही ऑनलाइन माध्यम से भी प्रगति चेक की जा रही है। इस दौरान लापरवाह अधिकारियों, कर्मचारियों पर कार्रवाई तय है।








