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एटा में सपा नेता पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के जैथरा कस्बा स्थित मैरिज होम को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। यह मैरिज होम सरकारी बंजर जमीन पर बना था। प्रशासन ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए करीब 2180 वर्ग मीटर सरकारी जमीन को मुक्त कराया गया। साथ ही सरकारी जमीन के उपयोग को लेकर डेढ़ करोड़ रुपये जुर्माना भी ठोंका गया है।
सपा नेताओं ने अपनी पत्नियों के नाम विकासखंड कार्यालय के पास जमीन के बैनामे कराए और आरएस मैरिज होम का निर्माण कराया था। इसमें से 2180 वर्गमीटर सरकारी बंजर जमीन कब्जाने का आरोप है, जिसका मुकदमा तहसीलदार न्यायालय में चला।
तीन जेसीबी मशीन से हुई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
बेदखली का आदेश जारी होने के बाद सोमवार को एसडीएम मानवेंद्र सिंह, तहसीलदार राकेश कुमार त्यागी, सीओ राजकुमार सिंह, नायब तहसीलदार विक्रम सिंह चाहर पूरे अलीगंज सर्किल के पुलिसबल सहित वहां पहुंचे। तीन जेसीबी मशीन से ध्वस्तीकरण कार्रवाई शुरू करा दी गई। बंजर जमीन वाले हिस्से पर हॉल बना हुआ था और मुख्य द्वार था। इसे ध्वस्त करा दिया गया।
एसडीएम मानवेंद्र सिंह ने बताया कि सरकारी बंजर जमीन को घेरकर मैरिज होम का एक हिस्सा बना लिया गया था। तहसीलदार न्यायालय में सुनवाई के दौरान बेदखली का आदेश हुआ। इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। साथ ही आरोपियों पर जुर्माना लगाया गया है।
विधायक निधि गबन में भी फंसे हैं पूर्व विधायक
अलीगंज के पूर्व विधायक सपा नेता रामेश्वर सिंह यादव पर विधायक निधि के गबन के मामले में मुकदमा दर्ज हो चुका है। विधायक रहते हुए भाई के विद्यालय के नाम 35 लाख रुपये की निधि जारी कर गबन करने के आरोप में रामेश्वर सिंह के खिलाफ बीते दिनों थाना जसरथपुर में रिपोर्ट दर्ज की गई। इसमें उनके भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख रामनाथ सिंह यादव को भी नामजद किया गया है।
विस्तार
एटा में सपा नेता पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के जैथरा कस्बा स्थित मैरिज होम को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। यह मैरिज होम सरकारी बंजर जमीन पर बना था। प्रशासन ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए करीब 2180 वर्ग मीटर सरकारी जमीन को मुक्त कराया गया। साथ ही सरकारी जमीन के उपयोग को लेकर डेढ़ करोड़ रुपये जुर्माना भी ठोंका गया है।
सपा नेताओं ने अपनी पत्नियों के नाम विकासखंड कार्यालय के पास जमीन के बैनामे कराए और आरएस मैरिज होम का निर्माण कराया था। इसमें से 2180 वर्गमीटर सरकारी बंजर जमीन कब्जाने का आरोप है, जिसका मुकदमा तहसीलदार न्यायालय में चला।
तीन जेसीबी मशीन से हुई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
बेदखली का आदेश जारी होने के बाद सोमवार को एसडीएम मानवेंद्र सिंह, तहसीलदार राकेश कुमार त्यागी, सीओ राजकुमार सिंह, नायब तहसीलदार विक्रम सिंह चाहर पूरे अलीगंज सर्किल के पुलिसबल सहित वहां पहुंचे। तीन जेसीबी मशीन से ध्वस्तीकरण कार्रवाई शुरू करा दी गई। बंजर जमीन वाले हिस्से पर हॉल बना हुआ था और मुख्य द्वार था। इसे ध्वस्त करा दिया गया।
एसडीएम मानवेंद्र सिंह ने बताया कि सरकारी बंजर जमीन को घेरकर मैरिज होम का एक हिस्सा बना लिया गया था। तहसीलदार न्यायालय में सुनवाई के दौरान बेदखली का आदेश हुआ। इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। साथ ही आरोपियों पर जुर्माना लगाया गया है।
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