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पाटन। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व कवि पं. शिवाधार मिश्र की 102वीं जयंती पर पैतृक गांव हुलासीखेड़ा में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस मौके पर जनप्रतिनिधि, कवि व समाजसेवियों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि हमारे कवियों और साहित्यकारों ने जिस भारत की परिकल्पना की थी, वह साकार हो रही है। विकास के साथ धर्म की स्थापना हो रही है।
बैसवारा क्षेत्रीय कल्याण समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद ने कहा कि देश बदल रहा है। वर्तमान में भारत विश्व गुरु बन गया है। कवियों और मनीषियों के बताए रास्ते पर चलने से देश और समाज का विकास अवश्य होगा। विधायक आशुतोष शुक्ला ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व कवियों का आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष शकुन सिंह ने बैसवारा को कलम और तलवार का धनी बताया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. शिवाधार मिश्र जैसे महापुरुषों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। इस मौके पर 200 निराश्रित महिलाओं को साड़ी वितरित की गईं। कवियों ने रचनाएं प्रस्तुत कीं। अध्यक्षता साहित्य भूषण गणेश नारायण शुक्ला एवं संचालन समिति के अध्यक्ष मुन्ना सिंह अवधूत ने किया। आभार महामंत्री हरिओम सिंह ने जताया। इस दौरान शशांक शेखर सिंह, मुन्ना सिंह, कमल बहादुर सिंह चौहान, विशाल सिंह, भानु सिंह, राजेंद्र एडवोकेट व राजेश विश्वकर्मा आदि मौजूद रहे।
पाटन। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व कवि पं. शिवाधार मिश्र की 102वीं जयंती पर पैतृक गांव हुलासीखेड़ा में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस मौके पर जनप्रतिनिधि, कवि व समाजसेवियों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि हमारे कवियों और साहित्यकारों ने जिस भारत की परिकल्पना की थी, वह साकार हो रही है। विकास के साथ धर्म की स्थापना हो रही है।
बैसवारा क्षेत्रीय कल्याण समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद ने कहा कि देश बदल रहा है। वर्तमान में भारत विश्व गुरु बन गया है। कवियों और मनीषियों के बताए रास्ते पर चलने से देश और समाज का विकास अवश्य होगा। विधायक आशुतोष शुक्ला ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व कवियों का आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष शकुन सिंह ने बैसवारा को कलम और तलवार का धनी बताया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. शिवाधार मिश्र जैसे महापुरुषों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। इस मौके पर 200 निराश्रित महिलाओं को साड़ी वितरित की गईं। कवियों ने रचनाएं प्रस्तुत कीं। अध्यक्षता साहित्य भूषण गणेश नारायण शुक्ला एवं संचालन समिति के अध्यक्ष मुन्ना सिंह अवधूत ने किया। आभार महामंत्री हरिओम सिंह ने जताया। इस दौरान शशांक शेखर सिंह, मुन्ना सिंह, कमल बहादुर सिंह चौहान, विशाल सिंह, भानु सिंह, राजेंद्र एडवोकेट व राजेश विश्वकर्मा आदि मौजूद रहे।
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