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दही स्थित फैक्टरी गेट के बाहर मौजूद घायल श्रमिक के परिजन। संवाद
– फोटो : UNNAO
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सोनिक। दो महीने पहले फैक्टरी के अंदर पैर पर लोडर चढ़ने से घायल श्रमिक के इलाज के लिए रुपयों की मांग को लेकर परिजनों ने फैक्टरी पहुंचकर हंगामा किया। पुलिस ने प्रबंधन से वार्ता की। प्रबंधन ने इलाज के लिए दो लाख रुपये अस्पताल के खाते में भेजे। इसके बाद परिजन शांत हुए।
दही चौकी औद्योगिक क्षेत्र स्थित सुबर हाउस टेनरी में कार्यरत माखी थानाक्षेत्र के गांव सुदेशा बहादुर भदेसा निवासी 55 वर्षीय रामकुमार रैदास 15 अगस्त को फैक्टरी परिसर में आराम कर रहा था। तभी माल लेकर निकल रहे लोडर का पहिया उसके पैरों पर चढ़ गया था। आवास विकास कालोनी स्थित नर्सिंगहोम में उसका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद प्रबंधन ने इलाज के लिए दो लाख रुपये दिए थे। रुपये खत्म होने और इलाज न हो पाने से परेशान परिजन सोमवार सुबह फैक्टरी पहुंचे और हंगामा करने लगे। थानाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह ने बताया की दोनो पक्षों में समझौता करा दिया गया।
सोनिक। दो महीने पहले फैक्टरी के अंदर पैर पर लोडर चढ़ने से घायल श्रमिक के इलाज के लिए रुपयों की मांग को लेकर परिजनों ने फैक्टरी पहुंचकर हंगामा किया। पुलिस ने प्रबंधन से वार्ता की। प्रबंधन ने इलाज के लिए दो लाख रुपये अस्पताल के खाते में भेजे। इसके बाद परिजन शांत हुए।
दही चौकी औद्योगिक क्षेत्र स्थित सुबर हाउस टेनरी में कार्यरत माखी थानाक्षेत्र के गांव सुदेशा बहादुर भदेसा निवासी 55 वर्षीय रामकुमार रैदास 15 अगस्त को फैक्टरी परिसर में आराम कर रहा था। तभी माल लेकर निकल रहे लोडर का पहिया उसके पैरों पर चढ़ गया था। आवास विकास कालोनी स्थित नर्सिंगहोम में उसका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद प्रबंधन ने इलाज के लिए दो लाख रुपये दिए थे। रुपये खत्म होने और इलाज न हो पाने से परेशान परिजन सोमवार सुबह फैक्टरी पहुंचे और हंगामा करने लगे। थानाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह ने बताया की दोनो पक्षों में समझौता करा दिया गया।
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