अस्पताल में डीएम को मिलीं कामियां

0
23

[ad_1]

ख़बर सुनें

उन्नाव। जिलाधिकारी अपूर्व दुबे ने गुरुवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। डीएम को बाहर से लिखे जा रहे दवाओं के पर्चे मिले। छानबीन की गई तो पता चला कि पर्चो में जो दवाएं लिखी गईं थीं, वे सब जन औषधि कक्ष में मौजूद थी। वहीं ओपीडी के समय पर दो डॅाक्टरों के कक्ष भी खाली मिले। अस्पताल में गंदगी मिलने पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को चेतावनी दी।
गुरुवार सुबह 9 बजे डीएम अपूर्वा दुबे अचानक जिला अस्पताल पहुंच गईं। उन्होंने ओपीडी चेक की तो दो डाक्टर अनुपस्थित मिले। डीएम ने दोनों चिकित्सकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके बाद कुछ मरीज दवा की पर्चियां ले जाते दिखे तो उन्हें रोककर जानकारी ली। पता चला कि बाहर की दवा लिखी गई हैं। डीएम जन औषधि कक्ष पहुंची और दवा का मिलान कराया। इस दौरान कक्ष में पर्याप्त दवाएं होने की जानकारी हुई।
डीएम ने डॉक्टरों को कड़ी फटकार लगाई और बाहर से दवाएं न लिखने की सख्त चेतावनी दी। वहीं डीएम ने वार्ड में जाकर भर्ती मरीजों से स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। इसमें कुछ मरीजों ने भोजन व दवाइयों की कमी बताई। मरीजों ने बताया कि सुबह, शाम भोजन तो मिल रहा है लेकिन सुबह काफी देर हो जाती है। डीएम ने सीएमएस को समय से भोजन और वार्ड में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए। वहीं आयुष्मान कार्ड कक्ष भी बंद मिला।
यहां कार्ड बनवाए आए एक वृद्ध को बाहर बैठे देख डीएम ने निर्देश दिए कि सुबह 8 बजे से कक्ष भी खोला जाए। वहीं डीएम को व्हील चेयर स्टोर रूम में रखी मिलीं। इस पर उन्होंने ओपीडी के समय चेयर को बाहर रखने के निर्देश दिए। डीएम ने बताया कि भविष्य में यदि निरीक्षण में खांमियां मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिला अस्पताल में ओपीडी शुरू होने का समय सुबह 8 बजे का है लेकिन इसके बाद भी डॉक्टर समय से अस्पताल नहीं पहुंचते हैं। गुरुवार को सुबह 8.45 बजे तक कई डॉक्टर अपने कक्ष में नहीं पहुंचे थे। बाहर मरीज चिकित्सक का इंतजार कर रहे थे। इसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ व नाक कान गला रोग विशेषज्ञ आदि शामिल रहे। वहीं अस्पताल परिसर में साफ सफाई भी नहीं हुई थी।
सफीपुर। एसडीएम शिवेंद्र कुमार वर्मा ने गुरुवार को सीएचसी का निरीक्षण कर परिसर में साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। इमरजेंसी कमरे के बाहर डॉक्टर के रोस्टर को दीवार पर चस्पा करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रसव रूम को देख सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों को खराब देख उन्हें दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। एसडीएम ने उपस्थिति रजिस्टर देखा जिसमें चिकित्सक व कर्मचारी मौजूद मिले। (संवाद)

यह भी पढ़ें -  आज से पांच दिन पूरी तरह बंद रहेगी ईंट की आपूर्ति

उन्नाव। जिलाधिकारी अपूर्व दुबे ने गुरुवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। डीएम को बाहर से लिखे जा रहे दवाओं के पर्चे मिले। छानबीन की गई तो पता चला कि पर्चो में जो दवाएं लिखी गईं थीं, वे सब जन औषधि कक्ष में मौजूद थी। वहीं ओपीडी के समय पर दो डॅाक्टरों के कक्ष भी खाली मिले। अस्पताल में गंदगी मिलने पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को चेतावनी दी।

गुरुवार सुबह 9 बजे डीएम अपूर्वा दुबे अचानक जिला अस्पताल पहुंच गईं। उन्होंने ओपीडी चेक की तो दो डाक्टर अनुपस्थित मिले। डीएम ने दोनों चिकित्सकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके बाद कुछ मरीज दवा की पर्चियां ले जाते दिखे तो उन्हें रोककर जानकारी ली। पता चला कि बाहर की दवा लिखी गई हैं। डीएम जन औषधि कक्ष पहुंची और दवा का मिलान कराया। इस दौरान कक्ष में पर्याप्त दवाएं होने की जानकारी हुई।

डीएम ने डॉक्टरों को कड़ी फटकार लगाई और बाहर से दवाएं न लिखने की सख्त चेतावनी दी। वहीं डीएम ने वार्ड में जाकर भर्ती मरीजों से स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। इसमें कुछ मरीजों ने भोजन व दवाइयों की कमी बताई। मरीजों ने बताया कि सुबह, शाम भोजन तो मिल रहा है लेकिन सुबह काफी देर हो जाती है। डीएम ने सीएमएस को समय से भोजन और वार्ड में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए। वहीं आयुष्मान कार्ड कक्ष भी बंद मिला।

यहां कार्ड बनवाए आए एक वृद्ध को बाहर बैठे देख डीएम ने निर्देश दिए कि सुबह 8 बजे से कक्ष भी खोला जाए। वहीं डीएम को व्हील चेयर स्टोर रूम में रखी मिलीं। इस पर उन्होंने ओपीडी के समय चेयर को बाहर रखने के निर्देश दिए। डीएम ने बताया कि भविष्य में यदि निरीक्षण में खांमियां मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जिला अस्पताल में ओपीडी शुरू होने का समय सुबह 8 बजे का है लेकिन इसके बाद भी डॉक्टर समय से अस्पताल नहीं पहुंचते हैं। गुरुवार को सुबह 8.45 बजे तक कई डॉक्टर अपने कक्ष में नहीं पहुंचे थे। बाहर मरीज चिकित्सक का इंतजार कर रहे थे। इसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ व नाक कान गला रोग विशेषज्ञ आदि शामिल रहे। वहीं अस्पताल परिसर में साफ सफाई भी नहीं हुई थी।

सफीपुर। एसडीएम शिवेंद्र कुमार वर्मा ने गुरुवार को सीएचसी का निरीक्षण कर परिसर में साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। इमरजेंसी कमरे के बाहर डॉक्टर के रोस्टर को दीवार पर चस्पा करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रसव रूम को देख सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों को खराब देख उन्हें दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। एसडीएम ने उपस्थिति रजिस्टर देखा जिसमें चिकित्सक व कर्मचारी मौजूद मिले। (संवाद)

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here