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सिकंदराराऊ में महिला की मौत के बाद सील किया गया अस्पताल
– फोटो : अमर उजाला
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सिकंदराराऊ नगर के मोहल्ला नौरंगाबाद स्थित मां गिरीश देवी अस्पताल में शनिवार को प्रसव कराने आई महिला की मौत के मामले की जांच के लिए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. नरेश गोयल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) प्रभारी डाॅ. राज वर्मा की टीम यहां पहुंची। टीम ने अस्पताल का ताला खुलवाकर जांच की। अस्पताल में मिले सभी अभिलेखों को टीम ने कब्जे में ले लिया। अस्पताल संचालक को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। अग्रिम कार्रवाई के लिए अस्पताल को सील कर दिया गया है।
बता दें गांव चमरौली निवासी महिला रेखा को प्रसव के लिये शनिवार की सुबह अस्पताल लाया गया था। पूरे दिन इलाज के बाद महिला को प्रसव तो नहीं हुआ, लेकिन उसकी मौत हो गई। उसके परिजन गुस्से में आ गए। यह देखकर अस्पताल के कर्मचारी अस्पताल में ताला लगाकर भाग गए। पुलिस बल के साथ सीओ डाॅ. आनंद कुमार, तहसीलदार अनिल कुमार, काेतवाल आशीष कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए।
इधर, मृतका के ससुरालीजन रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए मायके वालों के आने का इंतजार कर थे। शनिवार की रात्रि में ही गांव बरामई के कुछ युवक वहां आ गए। उन्होंने हंगामा करते हुए पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। एक पत्थर तहसीलदार की गाड़ी पर लगा, जिससे उनकी गाड़ी का आगे का शीशा टूट गया। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को लाठियां फटकारकर खदेड़ दिया। शव को सील कर रविवार को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी ने एसीएमओ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी। रविवार की दोपहर को टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। एसीएमओ डाॅ. नरेश गोयल ने बताया कि आठ बेड की अनुमति के सापेक्ष यहां 10 बेड पड़े मिले। किसी चिकित्सक की डिग्री के सबूत नहीं मिले। ऐसे कई सवालों के जवाब के लिए अस्पताल संचालक को सोमवार को जिला मुख्यालय पर तलब किया गया है।
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