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सफीपुर। तहसील के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। बीमार बच्चों को लेकर अब निजी अस्पतालों या झोलाछाप के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। दरअसल यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती कर दी गई है। पांच साल से यहां पद रिक्त चल था।
पांच लाख की आबादी वाले इस क्षेत्र में तहसील मुख्यालय में एक सीएचसी और अन्य स्थानों पर तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। यहां पर बच्चों के इलाज का कोई इंतजाम नहीं था।
बीमारी पर इधर उधर भटकना पड़ता था। प्रसव के बाद बच्चे की हालत बिगड़ने पर समस्या और बढ़ जाती थी। ओपीडी में आने वाले सभी बच्चों को जिला अस्पताल रेफर किया जाता था। ओपीडी में हर महीने औसत पांच सौ बच्चे आते हैं। समस्या को देखते हुए हज एवं वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती के लिए शासन को पत्र लिखा था। इस पर स्वास्थ्य निदेशालय ने सफीपुर सीएचसी में एक बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अवनीश सिंह की तैनाती की है।
पहले दिन 40 बच्चों का इलाज
डा. अवनीश ने शनिवार को पहले दिन ओपीडी में 40 बच्चों को देखा। बताया कि डॉक्टर उपलब्ध होने की सूचना पर मरीजों की संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि एमबीबीएस की पढ़ाई अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से की थी। इसके बाद ऋषिकेश एम्स में बाल रोग विशेषज्ञ की ट्रेनिंग पूरी की। उन्हें पहली तैनाती यहां सफीपुर सीएचसी में मिली है। सीएचसी प्रभारी डॉ. राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि बच्चों का इलाज बड़ी समस्या थी। हर डॉक्टर की तैनाती से इलाज यहीं मिल सकेगा। हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती के लिए भी पत्र भेजा गया है।
सफीपुर। तहसील के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। बीमार बच्चों को लेकर अब निजी अस्पतालों या झोलाछाप के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। दरअसल यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती कर दी गई है। पांच साल से यहां पद रिक्त चल था।
पांच लाख की आबादी वाले इस क्षेत्र में तहसील मुख्यालय में एक सीएचसी और अन्य स्थानों पर तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। यहां पर बच्चों के इलाज का कोई इंतजाम नहीं था।
बीमारी पर इधर उधर भटकना पड़ता था। प्रसव के बाद बच्चे की हालत बिगड़ने पर समस्या और बढ़ जाती थी। ओपीडी में आने वाले सभी बच्चों को जिला अस्पताल रेफर किया जाता था। ओपीडी में हर महीने औसत पांच सौ बच्चे आते हैं। समस्या को देखते हुए हज एवं वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती के लिए शासन को पत्र लिखा था। इस पर स्वास्थ्य निदेशालय ने सफीपुर सीएचसी में एक बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अवनीश सिंह की तैनाती की है।
पहले दिन 40 बच्चों का इलाज
डा. अवनीश ने शनिवार को पहले दिन ओपीडी में 40 बच्चों को देखा। बताया कि डॉक्टर उपलब्ध होने की सूचना पर मरीजों की संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि एमबीबीएस की पढ़ाई अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से की थी। इसके बाद ऋषिकेश एम्स में बाल रोग विशेषज्ञ की ट्रेनिंग पूरी की। उन्हें पहली तैनाती यहां सफीपुर सीएचसी में मिली है। सीएचसी प्रभारी डॉ. राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि बच्चों का इलाज बड़ी समस्या थी। हर डॉक्टर की तैनाती से इलाज यहीं मिल सकेगा। हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती के लिए भी पत्र भेजा गया है।
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