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उन्नाव। शहर के लोगों को शुद्ध पानी के लिए अभी एक माह और इंतजार करना पड़ेगा। जलनिगम ने पिछले चार माह में पांचवीं बार योजना की समय सीमा बढ़ाई है। जल निगम के एक्सईएन ने बताया कि अब अक्तूबर के अंत तक जलापूर्ति चालू होने की उम्मीद है। पाइप लाइन को ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जा रहा है।
शहर और शुक्लागंज के तीन लाख लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 2018 में 253 करोड़ की अमृत योजना मंजूर हुई थी। हर घर में गंगा नदी के जल को ट्रीटमेंट प्लांट में साफ करने के बाद घरों तक आपूर्ति की योजना है। पहले चरण में शहर के 30,298 घरों में एक जुलाई से पानी पहुंचाने का दावा किया था लेकिन तय समय में जलापूर्ति चालू नहीं हो सकी।
इसके बाद 20 जुलाई और फिर 31 जुलाई, अगस्त का पहला सप्ताह और अब अक्तूबर के अंत तक जलापूर्ति शुरू करने की बात कही जा रही है। काफी कोशिशों के बाद कानपुर सिंचाई विभाग ने अपनी भूमि पर पाइप लाइन डालने की अनुमति दी थी। जलनिगम अब यहां पाइप लाइन डालकर डब्ल्यूटीपी (वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) से जोड़ रहा है। साथ ही प्रेशर मशीन से पाइप लाइनों में लीकेज की भी जांच की जा रही है। जलनिगम के एक्सईएन सुनील कुमार ने बताया कि करीब 150 मीटर पाइप लाइन को जोड़ने का काम चल रहा है। साथ ही पाइप लाइनों की टेस्टिंग भी कराई जा रही है।
उन्नाव। शहर के लोगों को शुद्ध पानी के लिए अभी एक माह और इंतजार करना पड़ेगा। जलनिगम ने पिछले चार माह में पांचवीं बार योजना की समय सीमा बढ़ाई है। जल निगम के एक्सईएन ने बताया कि अब अक्तूबर के अंत तक जलापूर्ति चालू होने की उम्मीद है। पाइप लाइन को ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जा रहा है।
शहर और शुक्लागंज के तीन लाख लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 2018 में 253 करोड़ की अमृत योजना मंजूर हुई थी। हर घर में गंगा नदी के जल को ट्रीटमेंट प्लांट में साफ करने के बाद घरों तक आपूर्ति की योजना है। पहले चरण में शहर के 30,298 घरों में एक जुलाई से पानी पहुंचाने का दावा किया था लेकिन तय समय में जलापूर्ति चालू नहीं हो सकी।
इसके बाद 20 जुलाई और फिर 31 जुलाई, अगस्त का पहला सप्ताह और अब अक्तूबर के अंत तक जलापूर्ति शुरू करने की बात कही जा रही है। काफी कोशिशों के बाद कानपुर सिंचाई विभाग ने अपनी भूमि पर पाइप लाइन डालने की अनुमति दी थी। जलनिगम अब यहां पाइप लाइन डालकर डब्ल्यूटीपी (वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) से जोड़ रहा है। साथ ही प्रेशर मशीन से पाइप लाइनों में लीकेज की भी जांच की जा रही है। जलनिगम के एक्सईएन सुनील कुमार ने बताया कि करीब 150 मीटर पाइप लाइन को जोड़ने का काम चल रहा है। साथ ही पाइप लाइनों की टेस्टिंग भी कराई जा रही है।
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