[ad_1]
ख़बर सुनें
सोनिक (उन्नाव)। दही औद्योगिक क्षेत्र साइड एक स्थित जूता फैक्टरी में रविवार सुबह करीब 11 बजे आग लग गई। लपटें उठती देखकर सुरक्षा कर्मियों ने प्रबंधन को सूचना दी। सूचना पर पहुंचे अग्निशमन अधिकारी ने एक के बाद एक छोटी-बड़ी आठ दमकलें लगाईं। आग पर काबू पाने में 35 दमकल कर्मियों को आठ घंटे से ज्यादा समय लग गया। शार्ट सर्किट से आग लगने का अंदेशा जताया गया है।
औद्योगिक क्षेत्र में चौधरी ओवरसीज लेदर यूनिट नाम से फैक्टरी है। रविवार को छुट्टी के कारण फैक्टरी में काम बंद था। फैक्टरी के पास ही विद्युत विभाग का सबस्टेशन भी है। शुरुआती जांच में फैक्टरी में करोड़ों का कच्चा माल डंप होने के बाद भी आग से बचाव के लिए सुरक्षा उपकरण तक नहीं मिले। छुट्टी के कारण कोई जनहानि नहीं हुई।
अग्निकांड की सूचना पर अग्निशमन अधिकारी शिवदरस प्रसाद, दही थाना प्रभारी राघवेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। दमकल कर्मियों ने आग बुझाने के प्रयास शुरू किए लेकिन, पानी और संसाधनों की कमी आड़े आ गई। आनन-फानन पास में ही स्थित एक स्लाटर हाउस व अन्य फैक्टरियों में पंप लगाकर पाइप लाइन के जरिए पानी की व्यवस्था की गई। फैक्टरी में चमड़ा, सोल और केमिकल का भंडारण होने से आग विकराल रूप ले चुकी थी।
आग बुझाने में दमकल कम पड़ीं तो बीघापुर, पुरवा सहित अन्य फायर स्टेशनों से और दमकलें मंगाई गईं। सीओ सिटी आशुतोष कुमार और एसडीए नुपूर गोयल भी मौके पर पहुंचीं। आग पूरी तरह बुझने के बाद सभी ने राहत की सांस ली। फैक्टरी के मैनेजर अक्षत द्विवेदी ने बताया कि चमड़ा, जूता, केमिकल और मशीनों सहित करीब डेढ़ करोड़ का नुकसान हुआ है।
अग्निशमन अधिकारी शिवदरश प्रसाद ने बताया कि फैक्टरी की जिस यूनिट में आग लगी थी, उसका क्षेत्रफल करीब 600 वर्ग मीटर है। यूनिट में बड़ी मात्रा में केमिकल, चमड़ा, सोल आदि रखे थे लेकिन, अग्निशमन की कोई व्यवस्था नहीं थी। फैक्टरी में पानी तक नहीं मिला। बताया कि अनुमान है कि शार्ट सर्किट से आग लगी है। जांच करने के बाद ही पूरी बात सामने आएगी।
आग को बुझाने में 35 अग्निशमन जवानों ने आठ घंटे मशक्कत की। पानी की आपूर्ति कि लिए स्लाटर हाउस रुस्तम फूड्स से टैंकरों से लाया गया। एओवी स्लाटर हाउस से पाइप लाइन जोड़ी गईं। फैक्टरी की एक दीवार को जेसीबी से तोड़ना पड़ा।
सोनिक (उन्नाव)। दही औद्योगिक क्षेत्र साइड एक स्थित जूता फैक्टरी में रविवार सुबह करीब 11 बजे आग लग गई। लपटें उठती देखकर सुरक्षा कर्मियों ने प्रबंधन को सूचना दी। सूचना पर पहुंचे अग्निशमन अधिकारी ने एक के बाद एक छोटी-बड़ी आठ दमकलें लगाईं। आग पर काबू पाने में 35 दमकल कर्मियों को आठ घंटे से ज्यादा समय लग गया। शार्ट सर्किट से आग लगने का अंदेशा जताया गया है।
औद्योगिक क्षेत्र में चौधरी ओवरसीज लेदर यूनिट नाम से फैक्टरी है। रविवार को छुट्टी के कारण फैक्टरी में काम बंद था। फैक्टरी के पास ही विद्युत विभाग का सबस्टेशन भी है। शुरुआती जांच में फैक्टरी में करोड़ों का कच्चा माल डंप होने के बाद भी आग से बचाव के लिए सुरक्षा उपकरण तक नहीं मिले। छुट्टी के कारण कोई जनहानि नहीं हुई।
अग्निकांड की सूचना पर अग्निशमन अधिकारी शिवदरस प्रसाद, दही थाना प्रभारी राघवेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। दमकल कर्मियों ने आग बुझाने के प्रयास शुरू किए लेकिन, पानी और संसाधनों की कमी आड़े आ गई। आनन-फानन पास में ही स्थित एक स्लाटर हाउस व अन्य फैक्टरियों में पंप लगाकर पाइप लाइन के जरिए पानी की व्यवस्था की गई। फैक्टरी में चमड़ा, सोल और केमिकल का भंडारण होने से आग विकराल रूप ले चुकी थी।
आग बुझाने में दमकल कम पड़ीं तो बीघापुर, पुरवा सहित अन्य फायर स्टेशनों से और दमकलें मंगाई गईं। सीओ सिटी आशुतोष कुमार और एसडीए नुपूर गोयल भी मौके पर पहुंचीं। आग पूरी तरह बुझने के बाद सभी ने राहत की सांस ली। फैक्टरी के मैनेजर अक्षत द्विवेदी ने बताया कि चमड़ा, जूता, केमिकल और मशीनों सहित करीब डेढ़ करोड़ का नुकसान हुआ है।
अग्निशमन अधिकारी शिवदरश प्रसाद ने बताया कि फैक्टरी की जिस यूनिट में आग लगी थी, उसका क्षेत्रफल करीब 600 वर्ग मीटर है। यूनिट में बड़ी मात्रा में केमिकल, चमड़ा, सोल आदि रखे थे लेकिन, अग्निशमन की कोई व्यवस्था नहीं थी। फैक्टरी में पानी तक नहीं मिला। बताया कि अनुमान है कि शार्ट सर्किट से आग लगी है। जांच करने के बाद ही पूरी बात सामने आएगी।
आग को बुझाने में 35 अग्निशमन जवानों ने आठ घंटे मशक्कत की। पानी की आपूर्ति कि लिए स्लाटर हाउस रुस्तम फूड्स से टैंकरों से लाया गया। एओवी स्लाटर हाउस से पाइप लाइन जोड़ी गईं। फैक्टरी की एक दीवार को जेसीबी से तोड़ना पड़ा।
[ad_2]
Source link